दिल्ली / 7.5 करोड़ रुपए का लोन घोटाला, पीएनबी के अफसर समेत 4 गिरफ्तार
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Last Updated:(11:59 AM) 24 Sep 2018
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- आरोपियों ने दिल्ली में फर्जी संपत्ति बताकर 49.90 लाख रुपए का लोन लिया
- मुंबई में शेल कंपनी खोलकर 7 करोड़ रुपए का कर्ज लिया
पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने फर्जीवाड़ा कर लोन लेने वाला गिरोह पकड़ा है। गिरफ्तार चार आरोपियों में पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) का एक अधिकारी भी शामिल है। आरोपियों ने बैंक अफसरों से मिलीभगत कर 7.5 करोड़ रुपए का कर्ज ले लिया।
फर्जी दस्तावेज और संपत्ति बताकर धोखाधड़ी
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आरोपियों के नाम अमरजीत सिंह, अजय कुमार शर्मा और सुरेश हैं। चौथा आरोपी पीके वरुण पीएनबी की मुंबई स्थित ब्रेडी हाउस ब्रांच में असिस्टेंट जनरल मैनेजर है।
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कनॉट प्लेस इलाके में लग्जरी बार खोलने के लिए कर्ज लिया गया। आवेदन में फर्जी दस्तावेज पेश किए गए। यह दावा किया गया कि पहले से कोई लोन नहीं है।
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आरोपियों ने दिल्ली में पीएनबी की मयूर विहार फेस-3 शाखा में खाता खोलाा। उस वक्त शीतल गर्ग बैंक मैनेजर थीं। खाता खोलकर 49.90 लाख रुपए का लोन ले लिया।
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आरोपियों ने दावा किया कि रकम का इस्तेमाल नोएडा के सूरजपुर इलाके में अस्थाई फैक्ट्री लगाने के लिए किया गया। ताकि, फैक्ट्री को चालू बताकर आगे और कर्ज लिया जा सके।
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अजय ने अमरजीत के साथ मिलकर शेल कंपनी खोली जिसका ऑफिस मुंबई में होना बताया। सुरेश को कंपनी का डायरेक्टर बना दिया। इस डमी कंपनी के नाम पर 5 करोड़ रुपए की कैश क्रेडिट फैसिलिटी ले ली।
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आरोपियों ने 2 करोड़ रुपए की ओवरड्राफ्ट फैसिलिटी भी ले ली। पूरी राशि दूसरे खातों में ट्रांसफर कर दी गई। आरोपियों ने दिल्ली में प्रॉपर्टी बताकर लोन लिया। लेकिन, जो संपत्ति बताई उसका अस्तित्व ही नहीं था।
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खाताधारक कभी मुंबई नहीं गए। बल्कि, ब्रेडी हाउस ब्रांच के एजीएम पीके वरुण के साथ मिलीभगत कर खाता खोलने से लेकर दूसरी सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गईं। बैंक अफसरों ने साइट विजिट की फर्जी रिपोर्ट बना दी।
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तीन साल बाद आरोपियों ने लोन और दूसरी देनदारियां चुकाए बगैर बार बंद कर दी। मामला सामने आने पर बैंक ने आरोपियों के संबंधित खाते फ्रीज कर दिए।
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दिल्ली में पीएनबी की मयूर विहार फेस-3 शाखा के मैनेजर के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। आरोपी फरार है, उसकी तलाश की जा रही है।
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