- सीपीसीबी की सलाह के बाद एनवायरमेंट पॉल्यूशन कंट्रोल कमेटी भी एक्शन मोड में
- 26 दिसंबर तक दिल्ली के सीवियर कैटेगरी में ही रहने का अंदेशा
- दिल्ली-एनसीआर की आबोहवा अगले दो दिन तक ‘जहरीली’ बनी रह सकती है। इसके मद्देनजर सीपीसीबी की सख्ती बरतने की सलाह पर एनवायरमेंट पॉल्यूशन कंट्रोल कमेटी ने आदेश जारी कर दिए हैं। सीपीसीबी ने दिल्ली-एनसीआर में सभी निर्माण कार्य पर रोक लगाने के साथ ही हॉट स्पॉट एरिया की फैक्ट्रियों को भी बंद रखने की सलाह दी है। इसके अलावा कई अन्य भी दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
सीपीसीबी टास्क फोर्स की सोमवार को मीटिंग हुई। इसमें बढ़ते प्रदूषण पर चिंता जताई गई। यहां कहा गया कि 22 दिसंबर शाम 7 बजे से पीएम 2.5 का स्तर 300 से ज्यादा बना हुआ है। वहीं 23 दिसंबर मध्यरात्रि 1 बजे से पीएम10 का स्तर 500 से ऊपर है।
मौसम विभाग से मिले इनपुट के आधार पर कहा गया कि प्रदूषण के स्तर में थोड़ा सुधार तो हुआ लेकिन 26 दिसंबर तक यह सीवियर की कैटेगिरी में बना रहेगा। बढ़ते प्रदूषण के मद्देनजर सीपीसीबी ने 26 दिसंबर तक वजीरपुर, मुंडका, नरेला, बवाना, साहिबाबाद और फरीदाबाद की फैक्ट्रियों को बंद रखने की सलाह दी है। वहीं दिल्ली, फरीदाबाद, गुड़गांव, गाजियाबाद और नोएडा में निर्माण कार्य पर रोक लगाने का कहा है। साथ ही अवैध फैक्ट्रियों पर कार्रवाई, ट्रैफिक जाम न हो इसके लिए ज्यादा स्पेशल टीम की तैनाती की जाए।
दिल्ली से बाहर जाने वाले हैवी वाहन दिल्ली में एंट्री न करें और वह ईस्टर्न और वेस्टर्न पैरिफिरल एक्सप्रेस से जाएं यह सुनिश्चित किया जाए। सीपीसीबी की सलाह को मानते हुए ईपीसीए ने सभी एजेंसियों को आदेश जारी किए हैं। ईपीसीए के चेयरमैन डॉ. भूरेलाल ने कहा कि बढ़ते प्रदूषण की रोकथाम के लिए सभी महत्वपूर्ण कदम उठाए जाएंगे।
यहां पर लगाई रोक : वजीरपुर, मुंडका, नरेला, बवाना, साहिबाबाद और फरीदाबाद की फैक्ट्रियां बंद रखने को कहा है। दिल्ली, फरीदाबाद, गुड़गांव, गाजियाबाद, नोएडा में निर्माण कार्य पर रोक लगाने का कहा है।
देशभर में नोएडा की हवा सबसे ‘जहरीली’, दिल्ली का एक्यूआई 448 :
सोमवार को देश के 66 शहरों में सबसे ज्यादा जहरीली आबोहवा नोएडा में रही। यहां एक्यूआई 464 दर्ज किया। वहीं दिल्ली में यह 448 रहा। रविवार को इस सीजन का सबसे ज्यादा एक्यूआई 450 दर्ज किया। गुड़गांव को छोड़ एनसीआर में हवा सीवियर कैटेगिरी में ही है। नोएडा प्राधिकरण ने ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) लागू कर दिया है।